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Indian IT Shares Fall: H-1B Visa Fee Hike से टेक इंडस्ट्री में हलचल

Indian IT shares fall after US H-1B visa fee hike impacting tech industry

Indian IT shares fall खबर ने सोमवार को पूरे शेयर बाजार में हलचल मचा दी। अमेरिका ने अचानक H-1B Visa Application Fee को 100,000 डॉलर तक बढ़ा दिया है। यह कदम सीधे तौर पर भारत की $283 Billion IT Services Industry को प्रभावित कर सकता है।

 भारतीय IT कंपनियों के शेयरों में गिरावट

सोमवार को Nifty IT Index करीब 2.7% गिर गया

सभी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में लगभग इतना ही नुकसान देखने को मिला।

शेयर गिरावट का आंकड़ा

कंपनी शेयर पर असर (प्रतिशत)
TCS -2.6%
Infosys -2.8%
Wipro -2.7%
HCLTech -2.5%

 क्या है H-1B वीज़ा और भारत की भूमिका?

 नई पॉलिसी से क्यों बढ़ी चिंता?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को आदेश दिया कि अब से Skilled Worker Visa Application की फीस $100,000 होगी।

HDFC Securities के हेड ऑफ रिसर्च देवर्ष वाकिल ने कहा:

“इस अचानक बढ़ोतरी से IT कंपनियों और Professionals में घबराहट है। नए प्रोजेक्ट्स के लिए ऑनसाइट डिप्लॉयमेंट की लागत बहुत बढ़ जाएगी।”

इससे भारतीय IT कंपनियों का प्रॉफिट मार्जिन घट सकता है और नए क्लाइंट प्रोजेक्ट्स महंगे पड़ सकते हैं।

 भारतीय प्रोफेशनल्स पर असर

खबर आते ही कई भारतीय Professionals ने:

हालांकि, व्हाइट हाउस ने बाद में सफाई दी कि यह नियम सिर्फ नई Applications (अगले साल फरवरी से होने वाली लॉटरी) पर लागू होगा। मौजूदा H-1B वीज़ा धारकों पर इसका असर नहीं होगा।

 ट्रंप के समर्थन और विरोध

 बड़ी कंपनियों पर असर

यानी यह सिर्फ भारतीय IT पर नहीं, बल्कि US Tech Companies पर भी असर डाल सकता है।

 Nasscom और इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

Nasscom (भारतीय IT इंडस्ट्री की संस्था) ने कहा:

“यह फैसला Onshore Projects की Continuity बिगाड़ देगा। कंपनियों को अब Adjustments करने होंगे।”

हालांकि Nasscom ने यह भी बताया कि कंपनियां पिछले कुछ सालों से Local Hiring पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं, ताकि Visa Dependence कम हो सके।

 विश्लेषकों की राय

Motilal Oswal Financial Services का कहना है:

वे मानते हैं कि यह आदेश US कोर्ट में चुनौती झेल सकता है और मौजूदा रूप में लंबे समय तक लागू नहीं रहेगा।

🇮🇳 भारत सरकार की चिंता

भारत के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी:

“यह बदलाव मानवीय संकट ला सकता है। कई Families की ज़िंदगी प्रभावित होगी।”

 Indian IT Industry की ताकत

भारत की IT इंडस्ट्री:

इसलिए Visa Rules में बदलाव का असर सिर्फ स्टॉक मार्केट पर नहीं, बल्कि पूरी इकॉनमी पर भी पड़ सकता है।

 निष्कर्ष

Indian IT shares fall की यह खबर बताती है कि कैसे अमेरिका की H-1B Visa Policy भारत की IT Economy को गहराई से प्रभावित करती है। अभी यह बदलाव नई Applications तक सीमित है, लेकिन अगर यह लंबे समय तक लागू रहा तो TCS, Infosys, Wipro जैसी कंपनियों की Growth पर असर पड़ सकता है।

 FAQs

Q1. Indian IT shares fall क्यों हुए?
👉 क्योंकि अमेरिका ने H-1B Visa Application Fee अचानक बढ़ाकर $100,000 कर दी, जिससे भारतीय IT कंपनियों की लागत बढ़ जाएगी।

Q2. H-1B Visa में भारत का क्या रोल है?
👉 70% से ज्यादा H-1B Visa भारतीय नागरिकों को मिलता है, जिससे वे US में IT Projects पर काम कर पाते हैं।

Q3. क्या यह बदलाव तुरंत लागू होगा?
👉 नहीं, व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह सिर्फ नई Applications (अगले साल फरवरी से) पर लागू होगा। मौजूदा H-1B धारकों पर असर नहीं होगा।

 Disclaimer

यह लेख सार्वजनिक स्रोतों और मार्केट रिपोर्ट्स पर आधारित है। निवेश करने से पहले अपने Financial Advisor से सलाह लें।

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